कोलारस मै इनदिनों खेतों का खाली होना पेड़ों पर भारी पड़ रहा है। हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध के बावजूद लकड़ी के खरीदार सरेआम ट्रैक्टर ट्रालियों में भरकर इन पेड़ों की लकडिय़ों को आरा मशीनों पर ले जा रहे हैं। हरे पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंखें बंद किए बैठे हैं। इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है पेड़ों की कटाई पर वन विभाग की ओर से प्रतिबंध लगा हुआ है। खेतों के खालीपन का लाभ उठाते हुए एक ओर जहां जरूरतमंद किसान इन पेड़ों को बेचकर अपने अटके हुए काम निकाल रहा है वहीं वन माफिया भी इस समय सक्रिय होकर इन पेड़ों की खरीद फरोख्त में लग जाता है। हालांकि वन विभाग प्रशासन ने हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध लगा रखा है। ऐसे में अगर किसी को हरा पेड़ काटना भी पड़े तो इसके लिए विभागीय इजाजत लेनी पड़ती है। विभाग स्थिति आवश्यकता को ध्यान में रख कर हरे पेड़ के काटने या कटाने के संबंध में अपना फैसला दे सकता है। मगर यहां तो कोई भी इजाजत् नही ली जा रही है और ही कोई अन्य प्रक्रिया अपनाई जा रही है पेड़ों की कटाई जारी है। यही स्थिति बनी रही तो आने वाले समय में बड़े पेड़ों जांति का अस्तित्व खतरे में सकता है। कोलारस के वन विभाग का इस ओर ध्यान नही जा रहा तो बही दबंग माफिया भी अपने काम को जंजाम दे रहा है।
हरे भरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर के टैक्टर ट्रालियों से की जा रहे तस्करी
byलवकुश शर्मा , Aawtak News
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