झाड़ियों में फंसा तेंदुआ हुआ आजाद:ट्रेंकुलाइज होने से पहले ही जंगल में भागा, कूनो नेशनल पार्क से पहुंची थी डॉक्टर की टीम..!!

शिवपुरी। जिले के बदरवास वन परिक्षेत्र के सेंन बसाई गांव से सटे जंगल में शुक्रवार को एक तेंदूए को झाड़ियों में फंदे में फसा हुआ ग्रामीणों द्वारा देखा गया। तेंदुआ के रेस्क्यू के लिए कूनो नेशनल पार्क से डॉक्टर की टीम बुलाई गई थी। लेकिन डॉक्टर तेंदुए को ट्रेंकुलाइज कर उसे बंधन से आजाद करते इससे पहले ही तेंदुआ डॉक्टर की टीम पहुंचने से पहले ही तेंदुआ मौके से फरार हो गया। बताया गया है कि तेंदुए के पैर में अब भी फंदे का एक हिस्सा फसा हुआ है।

रेंजर शैलेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि शुक्रवार को तेंदुआ फंसे होने की सूचना ग्रामीणों द्वारा दी गई थी इसके बाद फॉरेस्ट टीम मौके पर मौजूद रही थी तेंदुआ संभवत लेंनटाना की झाड़ी या किसी तार में फंसा हुआ दिखाई दिया था। तेंदुआ अपनी आजादी के लिए छटपटा रहा था। साथ ही वह बेहद ही गुस्से में था। तेंदुए को आजाद करने के लिए कूनो नेशनल पार्क से डॉक्टर की टीम बुलाई गई थी। टीम के द्वारा तेंदुए को ट्रेंकुलाइज किया जाता है फिर उसे आजाद किया जाता। डॉक्टर की टीम रात करीब 10:30 बजे मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन इस दौरान तेंदुआ झाड़ियां में दिखाई नहीं दिया था। वह मौके से निकल गया था। इसके बाद जेसीबी की मदद से झाड़ियों को हटाकर कुछ दूर तक तेंदुए की तलाश की गई थी। जहां तेंदुआ कुछ दूर आगे झाड़ियां के पास सोया हुआ था। जेसीबी के सूप से किए गए शोर के बाद तेंदुआ सोते से उठकर मौके से निकल गया था। इसके बाद डॉक्टर की टीम रात डेढ़ बजे वापस कूनो नेशनल पार्क रवाना हो गई थी।

रेंजर शैलेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि रात अधिक होने के चलते तेंदूआ लेंनटाना की झाड़ी में फंसा था या फिर शिकारी के फंदे में फंसा था। इसकी जांच नहीं हो पाई थी। आज मौके का मुआयना कर इसकी पड़ताल की जाएगी।
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